वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र में विगत माह गंगा आरती देखकर घर लौट रही किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में चार आरोपियों की वाराणसी कोर्ट में आज पेशी थी। पेशी के दौरान आरोपियों के कोर्ट में आते ही वकीलों के एक समूह ने उन्हें रोककर उनकी पिटाई कर दी। पुलिसकर्मियों ने बीचबचाव करने की कोशिश की तो वकीलों से उनकी भी झड़प हो गई। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने आरोपियों को अपने कब्जे में लेकर सुरक्षित किया। बाद में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। कोर्ट में पेशी कराने के बाद आरोपियों को लेकर पुलिसकर्मी जेल चले गए। वकीलों ने गैंगरेप के आरोपियों की जमानत नहीं होने देने की चेतावनी भी दी।
जाने क्या था पूरा मामला?
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट से देर रात गंगा आरती देखकर घर लौट रही किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के चारों आरोपियों को गुरुवार दोपहर बार कोर्ट में पेशी पर लाया गया। सिंधौरा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 17 वर्षीय किशोरी 19 मई को दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती देखकर वापस घर जा रही थी। रात नौ बजे के लगभग वह ऑटो से बाबतपुर पहुंची। बाबतपुर से घर जाने के लिए वह ऑटो का इंतजार करने लगी। उसी समय बाइक सवार चार युवक आए और उसके साथ छेड़खानी करने लगे। विरोध करने पर एक युवक ने उसके पैर पर बाइक चढ़ा दी। इसके बाद उसे और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद चारों उसे खेत में ले गए और मारपीट कर बारी-बारी से दुष्कर्म किए।
दुष्कर्म के बाद वीडियो बनाकर किया था वायरल
किशोरी के साथ चारों ने दुष्कर्म का वीडियो भी बनाया और बाद में वायरल कर दिया था। वायरल वीडियो किशोरी के भाई को मिला तो वारदात के पांच दिन बाद पीड़िता ने अपने भाई के साथ फूलपुर थाने जाकर चारों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अगले दिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। चारों आरोपियों को गुरुवार को पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर पहुंची थी। कुछ वकीलों को इसकी जानकारी हुई तो उन लोगों ने आरोपियों को पकड़ लिया पिटाई कर दी।