धनबाद. धनबाद के झरिया के भौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कोयलांचल में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लि.) की एक कोयला खदान के धंस जाने से चोरी-छिपे कोयला निकाल रहे करीब डेढ़ दर्जन लोग दब गए. इनमें से तीन लोगों की मौत की सूचना है, जबकि जबकि 14-15 लोग घायल हो गए. यह हादसा भौरा नामक जगह पर स्थित खदान में आज सुबह साढ़े 10 बजे हुआ. इस खदान में देवप्रभा नामक आउटसोर्सिंग कंपनी खनन करवाती है.
धनबाद के सिंदरी इलाके के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अभिषेक कुमार ने कहा कि, घटना में मारे गए लोगों और खदान में फंसे लोगों की वास्तविक संख्या का अनुमान तभी लग पाएगा, जब बचावकर्मी पीड़ितों का पता लगा लेंगे. वहीं मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कई स्थानीय ग्रामीण अवैध खनन में लगे हुए थे, जब खदान धंसने की घटना हुई. लोगों ने आगे बताया कि, स्थानीय लोगों की मदद से मलबे से तीन लोगों को बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भौरा थाने के निरीक्षक बिनोद ओरांव ने कहा कि बचाव अभियान जारी है.
सालों से धनबाद में जारी है अवैध कोयला खनन का ‘खेल’
बता दें कि कोयला के अवैध खनन के दौरान कई लोगों की जान भी चली जाती है. लेकिन पुलिस केस के डर से परिवार के लोग चुप्पी साध लेते है. इस अवैध खनन के खेल में स्थानीय पुलिस और राजनेताओं की भी मिलीभगत होती है. हादसे में मरने वाले कई बार कोयले के ढेर में ही दफन हो जाते है. अवैध खनन की जानकारी होने पर खनन कंपनियों की ओर से उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाता है.
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
इस मामले पर बीसीसीएल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन की ओर से किसी कि मौत की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके द्वारा पांच लोगों का रेस्क्यू किया गया है. जिनमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि हर दिन की तरह स्थानीय लोग अवैध कोयला खनन करने यहां पहुंचे थे, तभी कोयला काटने के दौरान ऊपर से कोयला पत्थर और मिट्टी का ढेर लोगों पर आ गिरा. इससे 15 की संख्या में लोग मलबे में दब गए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है.