वाराणसी: डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की टीम ने चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) जंक्शन और लखनऊ से कुरियर कंपनी के माध्यम से सोने की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। डीआरआई की वाराणसी इकाई ने 4.8 किलो ग्राम सोने के साथ चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास 3 करोड़ 24 लाख के सोने के साथ ही साथ 11 लाख रुपए नकद भी बरामद किया गया है। चारों तस्करों से डीआरआई ने पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया जहां से उन्हें शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर यात्री से मिला 70 लाख का सोना
डीआरआई के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कोलकाता से तस्कर सोना लेकर पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन आ रहा है। इसपर वाराणसी इकाई ने पीडीडीयू जंक्शन पर घेराबंदी कर पूर्वा एक्सप्रेस से उतरे संदिग्ध को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की और तलाशी ली तो उसके पास से 70 लाख रुपए मूल्य का 1200 ग्रामा सोना मिला। उसने अपना नाम विनय कुमार निवासी बस्ती बताया। विनय से पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि वह लखनऊ स्थित ब्राइट कूरियर कंपनी में काम करता है। कूरियर कंपनी से जुड़े तीन अन्य लोग भी सोने की तस्करी से जुड़े हैं।
दुबई और म्यांमार के सोने की कोलकाता में होती थी डील
डीआरआई ने खुलासा किया कि पूछताछ में चारों तस्करों ने बताया कि दुबई और म्यांमार से सोना अलग-अलग माध्यमों से कोलकाता लाया जाता है। नेटवर्क में शामिल लोग सोना खरीदते हैं। फिर, देश के अलग-अलग हिस्सों में इच्छुक खरीदारों को सोने की खेप पहुंचाई जाती है। कूरियर कंपनी के माध्यम से एक जगह से दूसरे स्थान तक सोने की खेप पहुंचाने में किसी को शक नहीं होता है। तस्करी का धंधा बगैर किसी रोकटोक के आसानी से चलता रहता है।