Farmers Protest: हरियाणा के कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में किसान एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं. सूरजमुखी के बीज के लिए एमएसपी (MSP) की मांग को लेकर सोमवार (12 जून) को किसानों ने चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे (Delhi-Chandigarh NH) पर जाम लगा दिया. किसानों ने सोमवार को कुरुक्षेत्र में महापंचायत बुलाई जिसमें राज्य सरकार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया लेकिन जब सरकार का कोई प्रतिनिधि शामिल नहींं हुआ तो किसानों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया है. किसानों की मांग है सूरजमुखी की खरीद पर एमएसपी लागू हो और पुलिस ने कुछ दिनों पहले जिन किसान नेताओं को गिरफ्तार किया था उन्हें रिहा किया जाए. इसके बाद पुलिस ने नेशनल हाईवे के रूट पर कुछ बदलाव किया है ताकि लोग जाम में न फंसे.

क्या बोले हरियाणा के मुख्यमंत्री?
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के प्रदर्शन पर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए इन मुद्दों (पहलवानों के धरने का मुद्दे) को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं. केंद्र लगातार एक समाधान खोजने की कोशिश कर रहा है. बंद करने से पहले बातचीत का रास्ता खुला है. अपनी मांग को लेकर किसान कुरुक्षेत्र में महापंचायत आयोजित करने के लिए एकत्रित हुए थे. किसानों ने महापंचायत खत्म होने के बाद दिल्ली मुल्तान रोड को जाम कर दिया. सड़क के दोनों तरफ ट्रैक्टर लगाकर किसान यहीं बैठ गए हैं.

ये है किसानों की मांग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भावांतर भरपाई योजना (बीबीवाई) (Bhavantar Bharpai Yojana) (BBY) के तहत 36,414 एकड़ में उगाई गई सूरजमुखी की फसल के लिए 8,528 किसानों को अंतरिम ‘भरपाई (राहत)’ के रूप में शनिवार को डिजिटल रूप से 29.13 करोड़ रुपये जारी किए. राज्य सरकार ने इस साल की शुरुआत में बीबीवाई के तहत सूरजमुखी की फसल को शामिल करने की घोषणा की थी. एक ऐसी योजना जिसके माध्यम से सरकार किसानों को एमएसपी से नीचे बेची गई, उपज के लिए एक निश्चित मुआवजे का भुगतान करती है. राज्य सरकार एमएसपी से नीचे बिकने वाली सूरजमुखी की फसल के लिए योजना के तहत अंतरिम सहायता के रूप में 1,000 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है. किसान मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार सूरजमुखी को 6,400 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी पर खरीदे.