Spread the love

जागरण ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली : काशीवासी स्वामी शिवानंद योग-शक्ति की साक्षात प्रतिमूर्ति हैं। उम्र 127 साल लेकिन चुस्ती और फुर्ती ऐसी की देखने वालों को भरोसा ना हो। स्वामी शिवानंद ने महज 6 साल की उम्र में योग शुरू किया था। आज 127 साल के होने पर भी हर दिन 60 मिनट तक योग करते हैं। गर्मी हो या फिर प्रचंड सर्दी, हर सुबह 3 बजे उठकर नहा लेते हैं। पिछले वर्ष राष्ट्रपति भवन में तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने उन्हें जब पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया तो वहां इस उम्र में भी उनका स्वास्थ्य और चुस्ती-फुर्ती देख हर कोई मंत्रमुग्ध रह गया था। पीएम मोदी भी योगगुरु के मुरीद हो गए थे।

योग है स्वामी शिवानंद की फुर्ती का राज

बनारस में स्वामी शिवानंद का आश्रम दुर्गाकुंड के कबीरनगर में है। इस आयु में भी स्वस्थ्य रहने के पीछे उनकी संयमित दिनचर्या, योग-प्राणायाम और घरेलू औषधियों का सेवन है। 126 वर्ष की आयु में शिवानंद की फुर्ती 26 वर्ष के युवा को भी कड़ी टक्कर देती है। स्वामी शिवानंद के अनुसार, उनका जन्म 8 अगस्त 1896 को वर्तमान बांग्लादेश के सिलहट जिले के हरीपुर गांव में भगवती देवी एवं श्रीनाथ ठाकुर के घर हुआ था। निर्धन माता-पिता भिक्षाटन कर गुजारा करते थे। घोर आर्थिक तंगी के कारण माता-पिता ने चार साल की उम्र में उन्हें नवदीप (वर्तमान में पश्चिम बंगाल का नदिया जिला) निवासी बाबा ओंकारानंद गोस्वामी को दान कर दिया था।

ये आसन शामिल करें दैनिक जीवन में

स्वामी शिवानंद सर्वांगासन करते हैं और कहते हैं कि इससे थाॅयराइड कभी नहीं होगा। इसके बाद पवन मुक्तासन जरूर करना चाहिए। इससे पेट और गैस की समस्या नहीं होती। वज्रासन वह भोजन करने के बाद करते हैं। इससे खाना आसानी से पच जाता है। योगासन के बाद पूजा करते हैं।

बिना नमक-तेल और उबला भोजन करते हैं शिवानंद

स्वामी शिवानंद दोपहर में भोजन ग्रहण करते हैं। उनका भोजन बिना तेल-नमक वाला होता है। इसमें उबली दाल और सब्जियां होती है। शरीर में नमक की पूर्ति के लिए वह कभी कभी केवल सेंधा नमक का सेवन कर लेते हैं। वे दिन में कभी नहीं सोते। रोज शाम को आठ बजे स्नान करते हैं और रात्रि भोजन में जौ से बना दलिया, आलू का चोखा और उबली सब्जियां लेते हैं। इसके बाद रात नौ बजे तक वे सो जाते हैं। उनका कहना है कि अगर हम योग, आहार विहार, नियम और संयम को जीवन का अंग बना लें तो जीवन की राह सरल हो जाएगी। बीमारियां कोसों दूर रहेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *