Varanasi: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को वाराणसी में विकास योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा की स्मार्ट सिटी की तर्ज पर सभी ब्लॉकों के गांवों के समग्र विकास का अभियान शुरू किया गया है। विकास से वंचित 100 पिछड़े ब्लाक चिह्नित किए गए हैं और उन्हें आवश्यकताओं के आधार पर बजट देकर विकसित किया जाएगा।
वह वाराणसी के आयुक्त सभागार में गुरुवार को वाराणसी एवं विंध्याचल मंडल में ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। दोनों मंडल के ग्राम विकास विभाग के अधिकारियों ने अब तक हुए कार्यों की वर्तमान स्थिति रखी और दिक्कतें भी बताई। डिप्टी सीएम ने अधूरी योजनाओं को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने क्षेत्र पंचायत प्रमुखों और खंड विकास अधिकारियों से कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी से सभी लोग अपने क्षेत्र को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का संकल्प लें।

ब्लॉक प्रमुखों ने उप मुख्यमंत्री को बताई समस्याएं
संवाद मेंं उपमुख्यमंत्री से सोनभद्र के प्रमुखों ने बजट बढ़ाने, नेटवर्क की समस्या, बालिका विद्यालय की स्थापना, दुद्धी ब्लाक प्रमुख ने ब्लाक के कर्मचारियों की ओर से सहयोग न करने की बात बताई। मिर्जापुर के पहाड़ी ब्लाक प्रमुख ने सचिव से सहयोग न मिलने, ब्लाक प्रमुखों को उचित सम्मान न मिलने की बात कही। बरहनी ब्लाक के प्रमुख ने खाता संचालन में क्षेत्र प्रमुखों के रोल की बात बताई। रेवतीपुर के ब्लाक प्रमुख ने ब्लाक प्रमुख के अधिकार तथा उनके कार्यों के संबंध में एक कार्यशाला आयोजित कराने को कहा।
ब्लॉक की सरकार गांव की असली सरकार
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांव की असली सरकार ब्लाक की सरकार होती है। मनरेगा का काम ब्लॉक से हर हाल में सुनिश्चित हो। ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी तथा ग्राम पंचायत अधिकारी नियमित बैठकर कार्यों के प्रगति की समीक्षा करें। अमृत सरोवर में पानी हमेशा मौजूद रहे।
मनिहारी बीडीओ को कार्यमुक्त करेंं सीडीओ
संवाद के दौरान गाजीपुर मनिहारी ब्लाक प्रमुख मुन्नीलाल राम की ओर से खंड विकास अधिकारी शिरीष वर्मा पर पिछले डेढ़ साल से कोई काम न करने का आरोप लगाने को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ गाजीपुर को तत्काल उक्त बीडीओ को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया। कहा कि ग्राम सचिवालय पर विकास योजनाओं का डिस्प्ले स्पष्ट लिखें और संबंधित अधिकारियों के नंबर भी लिखे जाएं।