मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को वाराणसी पहुंचे। बीएचयू मेंअंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम में किसानों को संबोधित किया। उन्होंने किसानों से गौ आधारित प्राकृतिक खेती करने की अपील की।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार गंभीर है और किसानों को योजनाओं के जरिए लाभ दिया जा रहा है। जलवायु परिवर्तन से हो रहे खतरे को देखते हुए अब समय की मांग है कि गौ आधारित प्राकृतिक खेती पर जोर दिया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने किसानों को संबोधित करते ये बातें कहीं।
रविवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम में सीएम योगी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धरती और जल का ही हुआ है। धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत है। जो हर हाल में बंद होना चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि केमिकल युक्त खेती की जगह गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जाए।
वाराणसी समेत प्रदेश के आठ जिलों में बनेंगी प्राकृतिक प्रयोगशालाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा के तटवर्ती 27 जिलों में गो आधारित प्राकृतिक खेती होगी।। इसके लिए प्राकृतिक कृषि परिषद का गठन किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्रों को भी जोड़ा जा रहा है। वाराणसी समेत आठ जिलों में प्राकृतिक प्रयोगशालाएं भी बनाने की तैयारी चल रही है।