नई दिल्ली: दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस पार्टी (Congress party) और आम आदमी पार्टी (AAP) एकजुट हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस अब आम आदमी पार्टी को समर्थन देने जा रही है. आम आदमी पार्टी संसद के मानसून सत्र से पहले NCCSA के अध्यादेश को राज्यसभा में रोकने के लिए विपक्षी दलों को लामबंद करने में जुटी है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की बात कही है, जिसके बाद राघव चड्ढा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश का स्पष्ट विरोध करने की घोषणा की है. उन्होंने इसे एक पोजिटिव डेवलपमेंट बताया है.
केसी वेणुगोपाल ने कहा-कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश पर AAP का समर्थन करती है
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा ‘जहां तक अध्यादेश (दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर) का सवाल है, हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है. हम इसका समर्थन नहीं करने जा रहे हैं.’ वहीं AAP ने इससे पहले कहा था कि वह ऐसी किसी भी बैठक में तब तक शामिल नहीं होगी जब तक कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश पर अपने रुख का समर्थन नहीं करती.

हम अध्यादेश के विरोध में हैं- पवन खेड़ा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने भी कहा, ”हमारा मत हमेशा स्पष्ट था कि संघीय ढांचे पर कभी भी और कहीं भी कोई हमला हो, हम उसके खिलाफ हैं। जब से ये(भाजपा) सरकार आई है, पिछले 9 साल से संघीय ढांचे पर हमले बोले जा रहे हैं। ये संघ की विचारधारा ही ऐसी है कि ये लोग संघीय ढांचे को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। राज्यों के अपने अधिकार क्षेत्र होते हैं जिस पर मोदी सरकार हमले करती आई है। दिल्ली का जो अध्यादेश केंद्र सरकार लाई है, हम उसके विरोध में हैं”।