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Varanasi News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में इन दिनों काफी हलचल है। ज्ञानवापी परिसर में शुक्रवार को शुरू हुआ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का सर्वे दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। इस सर्वे में ASI के अधिकारी, विशेषज्ञ, हिन्दू पक्ष के वादी और अधिवक्ता मौजूद हैं। साथ ही कल इस सर्वे का बहिष्कार करने वाले मुस्लिम पक्ष ने भी आज सर्वे की कार्रवाई में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। मुस्लिम पक्ष से अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी एमएमए यासीन और उनके अधिवक्ता इस समय ज्ञानवापी परिसर में मौजूद हैं। ज्ञानवापी परिसर में पहले दिन ASI ने पेपर वर्क किया था और दीवारों पर बनी कलाकृतियों और चिह्नों को फोटोग्राफी, स्केचिंग कर वीडियोग्राफी कराई थी।

ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) सर्वे शनिवार सुबह 9 बजे शुरू हुआ। करीब चार घंटे सर्वे चला। फिर दो घंटे के लिए सर्वे रोका गया है। अब 3 बजे दोबारा सर्वे शुरू हो गया है। ASI टीम के साथ हिंदू और मुस्लिम पक्ष के एक-एक वकील तहखाने में उतरे हैं। इससे पहले शुरुआती 4 घंटे के सर्वे में चार टीमों ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। सर्वे की कार्यवाही गुरुवार से चल रही है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान भी 6 घंटे तक सर्वे किया गया था। ASI की 61 मेंबर्स की टीम शाम 5 बजे तक सर्वे करेगी। वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे होना है।

कुदाल-छाता लेकर पहुंची ASI की टीम

ASI टीम सैंपल बैग, चार्ट पेपर, बाल्टी, कुदाल, छाता, केमिकल लेकर परिसर में पहुंची है। टीम ने शुक्रवार को परिसर में मिट्‌टी का सैंपल लिया था। मस्जिद गेट के मुख्य परिसर का ताला खुल चुका है। टीम उसके अंदर पहुंच गई हैं। वहां सर्वे की तैयारी कर रही है। ज्ञानवापी परिसर को 4 ब्लॉक में बांटा गया है। चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस है। दीवार की बारीक स्कैनिंग की जा रही है। कलाकृतियों को देखा जा रहा है।

तहखाने का सर्वे किया जा सकता है

हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर ने कहा, “इमेजिंग, मैपिंग और साफ-सफाई हुई है। मॉडर्न टेक्नीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं भी सर्वे में हिस्सा ले रहा हूं। कितना समय लगेगा, ये कहना मुश्किल है। ASI टीम ये पता लगाएगी कि स्ट्रक्चर कितना पुराना है। ऐज कितनी है। क्या कुछ नया कंस्ट्रक्शन हुआ है। GPR किया जाएगा। केस से जुड़ी रेखा पाठक ने बताया, “तहखाने में सर्वे की कार्यवाही नहीं हो पाई है, क्योंकि किसी मुस्लिम पक्ष ने ताला नहीं खोला था और चाबी भी नहीं दी थी। आज मुस्लिम पक्ष की मौजूदगी में तहखाने में सर्वे किया जा सकता है।

ज्ञानवापी के तहखाने से मूर्तियों के अवशेष मिलने का दावा

मां शृंगार गौरी मुकदमे की वादिनी चार महिलाओं के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि नंदी के सामने जो व्यास जी का तहखाना है, वहां से मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। हिंदू पक्ष की पैरोकार सीता साहू ने कहा है कि ‘एक मूर्ति मिली है। माप लिया गया है। घास साफ करके मूर्ति निकाली गई है। एएसआई की टीम अपना काम कर रही है। अब दो बजे के बाद सर्वे होगा।’  एएसआई गहराई से अध्ययन करते हुए बारीकी से सर्वेक्षण कर रही है। मुस्लिम पक्ष पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। पश्चिमी दीवार को देख और समझ कर सर्वे के किए एक्सपर्ट्स की टीम लगी हुई है। यह सर्वेक्षण अधिवक्ता आयुक्त की कमीशन की कार्रवाई से बहुत ही अलग है। इसका स्वरूप व्यापक है और यहां सब कुछ वैज्ञानिक पद्धति से हो रहा है।

फोर्स कर रही चक्रमण, कमांडो के हवाले गेट नंबर चार

ज्ञानवापी मसले को लेकर कमिश्नरेट के द्वारा खाशा सतर्कता बरती जा रही है। ज्ञानवापी, काशी विश्वनाथ, गोदौलिया चौराहा, बुलानाला, मैदागिन सहित शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस, आरएएफ, पीएसी, एलआईयू समेत अन्य सुरक्षा ऐजेसिंया चौकन्नी थीं। इधर, ज्ञानवापी सर्वे के मूवमेंट पर खुद पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन और डीएम एस. राजलिंगम नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार की सुरक्षा ट्रू पैरा कमांडो के हवाले की गई है। मंदिर परिसर के एक किलो मीटर के दायरे में भी कमांडो गश्त कर रहे हैं। शनिवार को भी ज्ञानवापी आने-जाने वाले मार्ग पर पुलिस बरकेडिंग कर तैनात थी। केवल पैदल यात्रीयों को मंदिर की ओर जाने दिया जा रहा था।

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