Varanasi News : रक्षाबंधन के साथ ही सावन का महीना भी संपन्न हो गया। वाराणसी समेत आसपास के जिलों में भादो की शुरुआत में ही गर्मी अपना रंग दिखा रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की वेबसाइट के अनुसार, शुक्रवार 1 सितंबर को वाराणसी में मौसम साफ रहेगा। आसमान में छिटपुट बादल दिखेंगे। पूरे दिन लोगों को सूर्य की तपिश झेलनी पड़ेगी। अनुमान है कि इस बीच अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है। यह सामान्य से ज्यादा है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि तीन दिन तक मौसम में उमस रहने के आसार हैं। कहा कि तीन सितंबर के बाद मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। तेज बारिश भी हो सकती है।

बदले मौसम में बीमारी बढ़ी, ओपीडी का आंकड़ा एक हजार के पार
दिन में तेज धूप हो रही है तो रात में सिहरन महसूस होने लगी है। मौसम में इस बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। जिले के अस्पतालों में पिछले एक सप्ताह से ओपीडी का आंकड़ा भी एक हजार के पार पहुंच गया है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में पहले 1000 तक मरीज पहुंचते थे। अब यह 1200 से 1300 मरीज तक हो गई है। इसमें बुखार के साथ ही पेट संबंधी बीमारी के मरीज भी बढ़े हैं। गुरुवार को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल के साथ ही शास्त्री अस्पताल रामनगर में भी ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। मरीजों की भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पैथालॉजी में लोगों को जांच के लिए इंतजार करना पड़ा।
ऐसे मौसम में बरतें सावधानी
- शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें।
- तेज धूप के बाद घर आने पर तुरंत पानी पीने से बचें।
- खुले में बिकने वाले सामानों को खाने से परहेज करें।
- तीन दिन से अधिक बुखार होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें।
वाराणसी में तेजी से घट रहा गंगा नदी का जलस्तर

वाराणसी में गंगा के जलस्तर में अब गिरावट आने लगी है। जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से घट रहा है। शुक्रवार को केन्द्रीय जल आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जलस्तर 65.07 मीटर रिकार्ड किया गया। गंगा का जलस्तर पिछले दिनों तेजी से बढ़ रहा था। घाट डूब गए थे। वहीं तटवर्ती इलाकों में पानी भरने लगा था। सावधानी के तौर पर गंगा में नौका संचालन भी बंद कर दिया गया था। लेकिन अब नौका संचालन शाम 5 बजे तक होने लगा है। वाराणसी में गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है। ऐसे में जलस्तर चेतावनी बिंदु से लगभग पांच मीटर नीचे है। हालांकि सावधानी जरूरी है।