Varanasi : यूपी एसटीएफ को वाराणसी में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। मुंबई में साल 1994 में तीन हजार रुपये गायब होने पर मां और चार मासूम बच्चों की हत्या कर भाग निकले दो सगे भाइयों को सारनाथ क्षेत्र स्थित सारंगनाथ महादेव मंदिर के समीप से एसटीएफ और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया। इस मामले में एक हत्यारा काली पहले ही पकड़ा जा चुका है पर दो हत्यारे जो कि जौनपुर के निवासी यहीं उसी दिन से लापता थे। आरोपियों की पहचान जौनपुर जिले के गौरा बादशाहपुर थाना के निशान गांव निवासी अनिल सरोज उर्फ विजय और सुनील सरोज उर्फ संजय के तौर पर हुई है। दोनों को अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई पुलिस अपने साथ ले गई।

जानिए क्या था पूरा मामला?
मुंबई के भड़वाल चाल, पेंकरमाला मीरा रोड, भयंदर में अनिल सरोज अपने भाई सुनील सरोज के साथ रहकर मजदूरी करता था। दोनों भाइयों के पड़ोस में प्रयागराज का राज नरायन प्रजापति अपनी पत्नी जगरानी, तीन मासूम बेटों और एक बेटी के साथ रहता था। अनिल सरोज के सूटकेस से एक दिन तीन हजार रुपये गायब हो गए थे। अनिल को शक था कि उसका पैसा राज नरायन प्रजापति के बच्चों ने गायब किया है।
इस बात को लेकर दोनों परिवारों में आए दिन कहासुनी होने लगी। 16 नवंबर 1994 को राज नरायन अपने काम पर चला गया था। इसके बाद सुनियोजित तरीके से अनिल और सुनील ने अपने साथी कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ के साथ राज नरायन की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू व चापड़ से वार कर हत्या कर दी। इस संबंध में थाना काशीमीरा थाणे में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
एक पकड़ाया पर दो हो गए फरार
एसटीएफ के अनुसार थाणे पुलिस की विवेचना से कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान निवासी नोनवटी बिरापट्टी थाना बडागांव जनपद वाराणसी, अनिल सरोज व सुनील सरोज निवासी निशान थाना गौरा बादशाहपुर जनपद जौनपुर हालपता ग्राम सोहनी थाना केराकत जनपद जौनपुर का नाम/पता प्रकाश में आया था। कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, परन्तु अनिल सरोज व सुनील सरोज वर्ष 1994 से ही फरार चल रहे थे, इनके बारे में महाराष्ट्र पुलिस को कोई भी सुराग नही मिल पा रहा था।
सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से हुए गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग मांगने पर पर इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसआई अंगद यादव, ज्ञानेंद्र सिंह व शहजादा खां की टीम गठित की गई। सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पता लगा कि अनिल और सुनील सारनाथ क्षेत्र स्थित सारंगनाथ महादेव मंदिर आने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर दोनों को सारंगनाथ महादेव मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया। दोनों के पास से आधार कार्ड और एक हजार रुपये बरामद किए गए।