Varanasi : नगर निगम कार्यालय में सोमवार को हुई पांचवीं कार्यकारिणी की बैठक से मेयर अशोक तिवारी नाराज होकर लौट गए। नगर निगम के अफसर के जवाब और कार्यशैली से खफा महापौर अशोक कुमार तिवारी ने कार्यकारिणी की बैठक को 30 मिनट मिनट बाद स्थगित कर दी। कार्यकारिणी की बैठक पहले से तय थी। इसके बावजूद अवसर बिना किसी तैयारी के पहुंचे थे। कार्यकारिणी सदस्यों ने पिछली बैठकों और मिनी सदन में हुई निर्णय और सवालों के संबंध में जानकारी मांगी तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। अगली बैठक 11 अक्टूबर को होगी। इसमें अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने को कहा गया है।

कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को नगर निगम कार्यालय में हुई। इसमें पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों पर चर्चा की गई। पूछा गया कि 1400 से ज्यादा दुकानों के आवंटन और नए दर से किराया लागू करने पर कुछ हुआ या नहीं? इस पर अधिकारी चुप्पी साधे रहे। गृह कर की नई दरों और शहर की सफाई से जुड़े सवालों का जवाब भी नहीं मिल सका। इसी तरह उपसभापति सुरेश चौरसिया ने सड़क, गली और सीवर पाइपलाइन की मरम्मत की जानकारी मांगी। नगर आयुक्त शिपू गिरि ने अधीनस्थों से जवाब देने के लिए कहा, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। पार्षद सिंधु सोनकर ने पूछा कि जो कर वसूला गया, उसके ब्याज का क्या किया जा रहा। मदन मोहन दूबे ने 1.17 लाख भवन स्वामियों को नोटिस भेजने का मामला उठाया, लेकिन निराशा हाथ लगी। इस पर मेयर ने अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई और उठकर चले गए।