Varanasi : वाराणसी में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल द्वारा ऑनलाइन व्यापार का पूरी तरह से बहिष्कार करने के गुहार के साथ उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता लाने हेतु मैदागिन चौराहे पर जागरूकता रैली निकाली गई। मंडलीय महासचिव मुकेश जायसवाल ने कहा कि वर्तमान समय में छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कुचल कर रख दिया है।

बढ़ रही है बेरोजगारी
उपरोक्त विषय पर बोलते हुए मंडलीय अध्यक्ष विजय कपूर मंंडलीय महासचिव मुकेश जायसवाल ने कहा कि वर्तमान समय में छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कुचल कर रख दिया है। इंटरनेट के इस युग में सब कुछ ऑनलाइन होता जा रहा है। बैंकिंग से लेकर मार्केटिंग तक सब कुछ एक छोटे से स्मार्टफोन में सिमट कर रह गया है। इसका सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह हुआ कि सोशल मीडिया पर तो लोग एक दूसरे से हजारों की संख्या में जुड़े हैं, लेकिन घर मोहल्ले में एकदम अकेले हो गए हैं। स्थानीय बाजार को भी इसका नुकसान हुआ है, पहले बाजार जाकर वह भी पूरे परिवार के साथ खरीदारी करना एक अलग ही आनंद देता था। मगर अब ऑनलाइन शॉपिंग अथवा ऑनलाइन पेमेंट ने ग्राहकों को घर में ही रहने को प्रेरित किया है। नतीजन छोटे दुकानदारों का जीवन-यापन मुश्किल हो गया है, इन दुकानों में काम करने वाले लोग आहिस्ता-आहिस्ता बेरोजगार होते जा रहे हैं।

ई कामर्स खत्म कर रहा स्थानीय व्यापार
ई-कॉमर्स का जाल हर तरफ फैल गया है। महानगर या बड़े शहर ही नहीं गांवों में भी अब सामान की ऑनलाइन डिलीवरी होने लगी है, इससे स्थानीय दुकानदार को भारी चुनौती मिल रही है, एक दिक्कत यह भी है कि ऑनलाइन कंपनियां हर खास अवसर पर सेल लाती रहती है। जिसमें औने-पौने दाम पर भी सामान बेचना शुरू कर देती है, स्थानीय दुकानदारों के लिए इस रणनीति की तोड़ निकालना मुश्किल है, वह छोटे व्यापारी एवं छोटे पूंजी के मालिक होते है चाहकर भी वे अपने सामान औने-पौने दाम पर नहीं बेच सकते हैं। इनके पास अपने उत्पादों की मार्केटिंग करने या शोरूम खोलने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं होती है। ऐसे में वे स्पर्धा में पिछड़ने लगते हैं यह बड़ी मछलियों द्वारा छोटी मछलियों को निगलने जैसा ही है।