Varanasi News : वाराणसी में देव दीपावली को भव्य रूप देने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में लग गया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर गंगा में नौका संचालन को लेकर प्रशासन ने रुपरेखा तैयार कर ली है। गंगा में छोटी व चप्पू वाली नौकाएं नहीं चलेंगी। जल पुलिस की ओर से छोटी नौकाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लाइफ जैकेट के बगैर किसी को नाव पर बैठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सिर्फ मोटर बोट वाली नौकाएं चलेंगी। इस बार देव दीपावली नवंबर के अंतिम सप्ताह में मनाई जाएगी। इस बार करीब 11 लाख दीये जलाए जाएंगे। छह लाख दीये घाटों पर जलेंगे, जबकि पांच लाख दीये गंगा उस पार जलाने की तैयारी है।

चार सेक्टर में बंटेगा गंगा क्षेत्र, ढाई सौ सुरक्षा कर्मी रहेंगे तैनात
देव दीपावली पर पर्यटकों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए जल पुलिस ने सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। गंगा क्षेत्र को चार सेक्टर और आठ सब सेक्टर में बांटकर करीब 250 सुरक्षा कर्मी गंगा क्षेत्र में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था संभालेंगे। गंगा पर दो लेन में नावों की आवाजाही होगी।

जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने बताया कि प्रयागराज से जेटी की मांग की गई है। इसकी मदद से गंगा के करीब सात किलोमीटर लंबे बहाव क्षेत्र में मार्कर लगाए जाएंगे। इसमें दशाश्वमेध की ओर से अस्सी की ओर जाने वाली नावें घाट के किनारे से जाएंगी, जबकि वापसी रेती साइड से होगी। गंगा में लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के अलावा पीएसी, एसडीआरएफ और जल पुलिस के जवान 55 नावों पर तैनात रहेंगे। दशाश्वमेध, अस्सी, केदार और नमो घाट पर आठ वाटर एंबुलेंस तैनात रहेंगी। देव दीपावली पर इस बार 11 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की संभावना है।
नाम बोट की संख्या
एनडीआरएफ 25
पीएसी 22
एसडीआरएफ 6
जल पुलिस 4
कुल 55 नावें
आसपास के जिलों से करीब डेढ़ हजार वाहन की मांग
टूर ऑपरेटरों ने पर्यटकों की बुकिंग देखते हुए आसपास के जिलों से डेढ़ हजार चार पहिया वाहनों की मांग की है। टूर ऑपरेटर प्रवीण मेहता के मुताबिक वाहनों की कमी को पूरा करने के लिए चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर के टूर ऑपरेटरों से वाहनों मंगाया गया है। देव दीपावली पर ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए छोटे चार पहिया की मांग अधिक है।