वाराणसी. यूपी नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. इस वक्त सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी रणनीति तैयार कर धुंआधार प्रचार में जुटी हैं, तो दूसरी तरफ वोटर्स भी अब अपने मुद्दों को सामने रख रहे हैं. इस बीच वाराणसी में चुनाव से पहले संत भी मुखर हो गए हैं. काशी शुमेरुपीठ के प्रमुख स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती के अगुवाई में 60 मठों के संत और महात्माओं ने बैठक कर अपनी आवाज उठाई है.
साधु संतों ने निकाय चुनाव से पहले सभी आश्रम और मठों के हाउस टैक्स को माफ करने का मुद्दा उठाया है. सिर्फ हाउस टैक्स नहीं बल्कि बिजली बिल और पानी फ्री करने की मांग उठाई. वाराणसी के अस्सी स्थित मठ में सन्तों ने बैठक कर अपनी इन बातों को रखा. पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि जो भी निगम की सरकार हमारे इन मुद्दों पर बात करेगी, हम उसको अपना वोट और समर्थन देंगे.

मांस मदिरा मुक्त हो काशी
नरेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि काशी एक धार्मिक नगरी है. ऐसे में इस पवित्र शहर के पंचकोशी क्षेत्र में मांस और मदिरा की बिक्री भी प्रतिबंधित होनी चाहिए. यूपी सरकार से हमारी मांग है कि काशी नगरी में इसके बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगे.
60 मठ-मंदिरों के संत रहे मौजूद
बताते चलें कि इस बैठक में बनारस के 60 मठ मंदिरों के संत और प्रमुख शामिल थे, जिसमें काशी शुमेरुपीठ, मछली बंदर मठ, राम जानकी मंदिर और कई अखाड़े शामिल हैं. संभी ने एक सुर में इन मुद्दों को उठाया. इसके अलावा डंडी स्वामी भी इस बैठक में मौजूद रहे.