लाहौर. भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी और खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह को आज सुबह पाकिस्तान के लाहौर के जौहर टाउन में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने मार गिराया. वह जौहर कस्बे स्थित सनफ्लावर सोसाइटी में सुबह करीब 6 बजे अपने घर के पास टहल रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों ने उनकी हत्या कर दी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हमले के वक्त परमजीत के साथ एक बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी भी थी, जो गोलीबारी में घायल हो गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है
कौन था परमजीत पंजवार?
परमजीत सिंह पंजवड़ खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) का सरगना था, जो कि एक आतंकी संगठन है. 90 के दशक से ही पंजवड़ पाकिस्तान में शरण लिए हुए था. वह पाकिस्तान में मलिक सरदार सिंह के नाम से रह रहा था. वह भारत विरोधी गतिविधियों में 90 के दशक से पहले भी सक्रिय था. बताया जाता है कि वह 1986 में पाकिस्तान गया था. जहां उसने लाहौर समेत कई ठिकाने बदले.
पंजाब में 57 वर्षीय परमजीत पंजवड़ पर देशद्रोह, हत्या, साजिश, हथियारों की तस्करी व आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के मामले दर्ज हैं। पंजवड़ पूर्व सेना प्रमुख जनरल एएस वैद्य की हत्या और लुधियाना में देश की सबसे बड़ी बैंक डकैती के मामले में भी वांछित रह चुका है।
1999 में चंडीगढ़ में कराया था बम ब्लास्ट
भारतीय एजेंसियों के अनुसार, चंडीगढ़ में 30 जून 1999 में पासपोर्ट कार्यालय के पास जो बम ब्लास्ट हुआ था, वो खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना परमजीत सिंह पंजवड़ ने ही कराया था. उस बम ब्लास्ट में 4 लोग जख्मी हो गए थे, जबकि कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा था. बम को स्कूटर की डिग्गी में रखा गया था