Pakistan: पाकिस्तान में पिछले कई घंटों से उथल-पुथल मची हुई है. देश के पूर्व पीएम इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें मंगलवार शाम इस्लामाबाद हाइकोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया. इमरान के गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी पार्टी के समर्थक और सेना आमने सामने आ गए. कई जगहों पर आगजनी हुई. हिंसा में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है और 60 से ज्यादा लोग जख्मी है. पाकिस्तान के राज्यों में आर्मी तैनात की जा रही हैं. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आर्टिकल 245 लागू किया गया है.
क्या हुआ मंगलवार को
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कल मंगलवार (9 मई) की दोपहर को इस्लामाबाद हाई कोर्ट (IHC) से गिरफ्तार कर लिया गया. उनको पाक रेंजर्स ने गिरफ्तार किया. इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट के केस में गिरफ्तार किया गया. इस गिरफ्तारी को लेकर पूरे पाकिस्तान में गर्मागर्मी का माहौल है. पाक आर्मी के कमांडर के घरों पर पीटीआई के समर्थकों ने तोड़-फोड़ की. यहां तक की उनके घरों को लूट लिया गया. पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद गृह युद्ध जैसे हालात, हिंसा में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है और 60 से ज्यादा लोग जख्मी है. इस गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में मार्शल लॉ लगाने की तैयारी चल रही है.
इमरान खान की गिरफ्तारी को आज PTI सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी. PTI के समर्थकों को सुबह आठ बजे तक कोर्ट परिसर में जुटने के लिए कहा गया है.

पाकिस्तान में सोशल मीडिया बंद
पाकिस्तान के बिगड़ते हालात के बाद वहां यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर को बंद करा दिया गया है. वहां की शहबाज सरकार ने अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए किया है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केवल सरकारी संस्थानों को इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की इजाजत होगी.
1000 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा शुरू हो गई है। मंगलवार को इमरान खान जब सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहुंचे तो उन्हें पाकिस्तान की पैरामिलिट्री फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया। जिसका हिंसक विरोध शुरू हो गया है। अभूतपूर्व तरीके से इमरान खान के समर्थकों ने रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय पर हमला कर दिया। साथ ही लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर पर भी पीटीआई समर्थकों ने हमला बोल दिया।

गिरफ्तारी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने वैध करार दिया
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सियासी ड्रामा चलता रहा. हाइकोर्ट ने पहले इसे अवैध करार दिया और फिर वैध. पाकिस्तानी समाचार पोर्टल डॉन ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में प्रकाशित की है. इससे पहले दिन में इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस आमेर फारूक ने कहा था कि अगर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख को अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया है तो उन्हें रिहा करना होगा. अदालत ने इस फैसले को सुरक्षित रख लिया था. कुछ घंटों बाद अदालत ने कहा कि इमरान की गिरफ्तारी करते समय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया है.